मीलों मुझको चलना है..

मनमोहन वन तरु,
मुझको आज बुलाते हैं..
किन्तु किये जो वादे मैंने,
याद मुझे वो आते हैं..
अभी कहाँ आराम बदा,
ये मूक निमंत्रण छलना है.
अरे अभी तो मीलों मुझको
मीलों मुझको चलना है...
 - हरिवंशरायय बच्चन

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